ऋषिकेश का लक्ष्मण झूलापुल लोगो के लिए बन्द
1923 में निर्मित ऋषिकेश का लक्ष्मण झूलापुल लोगो की आवजाही के लिए सरकार ने बन्द कर दिया है। मुख्यमंत्री श्री रावत के अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने इस बात की पुष्टी की है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश स्थित लक्ष्मण झूला सेतु को दिनाँक 12/07/2019 से आवागमन हेतु बन्द कर दिया गया है। कहा कि वर्तमान में यह सेतु तत्समय के सापेक्ष अप्रत्याशित यातायात वृद्धि के कारण काफी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है और यह सेतु टावर अति व्यतिथ होने के कारण सेतु एक ओर बहुत ही झुका होने के कारण कभी भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है।
ज्ञात हो कि धर्मनगरी ऋषिकेश चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव गंगा के दर्शनार्थ यहां लोगो का सालभर तांता लगा रहता है। इस कारण इस पुल पर लोगो का घनत्व और अधिक बढने लगा है। उतराखण्ड सरकार ने पूर्वानुमान की पुष्टी करते हुए भविष्य में इस सेतु के क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना जताई है जिसके फलस्वरूप जनहानि की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
इधर डिजाइन टैक स्ट्रक्चरल कन्सलटैंट की आॅबजर्वेशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पुल के पुर्जे व घटक फेल हो चुके हैं और कोलप्से की स्थिति में पुल खड़ा है। उन्होने सुझाया कि इस पुल पर अब से पैदल यात्रियों के आवागमन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। क्योंकि पुल कायम नहीं हो पा रहा है। रिपोर्ट में बताया गया कि यह अत्यधिक अनुशंसा की जाती है कि इस पुल को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए। अन्यथा भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना ना हों।