कामकाज के क्षेत्र में लिंगभेद ना हो - श्रम सचिव

\\कामकाज के क्षेत्र में लिंगभेद ना हो - श्रम सचिव\\



उत्तराखण्ड सरकार अब उद्योगो को और प्रोत्साहन एवं कामकाज के मामलो में सुरक्षा के व्यवस्थित इंतजाम करने की तैयारी कर रही है। पिछले दिनो श्रम सचिव ने उद्योगपतियों के साथ विशेष मन्त्रणा की है। जिसमें कहा गया कि महिलाऐं जो रात्री की शिफ्ट में काम करती है उनकी सुरक्षा के बेहतर इन्तजाम करने होंगे, इस तरह से कामकाज में भी लिंगभेद समाप्त करना होगा। कहा गया कि उत्तराखंड में काम करने वाली महिलाओं को और अधिक प्रोत्साहित देने की आवश्यकता है।


सीआईआई द्वारा आयोजित श्रम संबंधित विषय को लेकर श्रम सचिव हरबंस सिंह चुघ ने उल्लेख किया कि उत्तराखंड सरकार कार्यस्थल पर लिंग विविधता लाने में उद्योग का समर्थन करेगी, जो कि रात की पाली में काम करने वाली महिलाओं की बाधाओं को दूर करेगी। सुझाव आया कि राज्य में स्वस्थ आईआर पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिए और नए निवेशों को आकर्षित करने के लिए उद्योग और सभी हितधारकों के बीच नियमित बातचीत करनी बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह बात भी मुखर रूप से सामने आई कि श्रमिकों को अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में शिक्षित करने की नितान्त आवश्यकता है। साथ ही उन्हें यह समझने की आवश्यकता है कि कैसे खुद को व्यवस्थित करें और रचनात्मक तरीके से अपनी मांगों को मनवाये। 


सीआईआई ने हरिद्वार और पंतनगर में केंद्रीय श्रम शिक्षा बोर्ड यानि श्रम और रोजगार मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय केंद्रों की स्थापना करने की पुरजोर सिफारिश भी सामने रखी है। सत्र के दौरान अनुबंध श्रम अधिनियम में संशोधन, फैक्टरी लाइसेंस शुल्क में कमी, अनुपालन में आसानी, कम जोखिम वाले उद्योगों को तीसरे पक्ष के ऑडिट से दूर रखना जैसी बात भी इस दौरान उद्योगपतियो ने श्रम सचिव के सामने रखी। सचिव श्रम हरबंस सिंह चुघ ने कहा कि उद्योग और श्रम विभाग को औद्योगिक संबंधों में सामंजस्य बनाने के लिए राज्य में श्रम के मुद्दों को सुलझाने में मदद करनी होगी। श्री चुग ने उल्लेख किया कि विभाग पहले से ही इन विषयों को लेकर काम कर रहा है। फिर भी इन मुद्दों के समाधान की दिशा में वे काम करेगे। उन्होंने सुझाव दिया कि शीघ्र ही श्रम विभाग के साथ एक बैठक होगी, जिसमें उद्योग और अन्य सभी हितधारकों को आमंत्रित किया जाएगा। 


इस अवसर पर अशोक विंडलास, सीआईआई उत्तराखंड राज्य परिषद के उपाध्यक्ष सहित अनल विजय सिंह, प्लांट हेड, टाटा मोटर्स, कौशिक मुखर्जी मुख्य प्रबंधक हरिद्वार कॉम्प्लेक्स, मनोज त्यागी अध्यक्ष सिडकुल उद्यमी वेलफेयर सोसाइटी, व अन्य उद्योगपति भी शामिल रहे।