|| पटरी पर आने लगी जिंदगियां ||


|| पटरी पर आने लगी जिंदगियां ||


पिछले माह अगस्त के अन्तिम सप्ताह में उतरकाशी के आराकोट में आई आपदा के कारण कई लोग मारे गये और अन्य लोगो अस्त-व्यस्थ हो गये थे, अब जाकर कुछ धीरे धीरे पटरी पर नजर आने लग गया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र ने एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बताया कि अधिकांश यातायात के रास्ते खोल दिये गये है। आपदा के बाद अहेतुक राहत लोगो के घर-घर तक पंहुचाई जा रही है।
बता दें कि 18 अगस्त को भारी वर्षा एवं अतिवृष्टि से मोरी तहसील के विभिन्न गांवो और अन्य स्थानों पर भारी क्षति पंहुची है। जिस कारण आपदा में 15 लोग मारे गये, तीन लोग आज भी लापता है। जबकि 74 पशु भी आपदा की भेंट चढे है। तीन पशु अब तक बरामद नहीं हुए है। इसके अलावा राहत व बचाव कार्य के दौरान एक हैलीकॉप्टर के क्षतिग्रस्त होने से तीन लोग मारे गये है।


सरकारी रिपोर्टो के अनुसार आपदा के कारण रा०इ०का0 टिकोची, आंगनबाड़ी आराकोट, सिंचाई विभाग की छः नहरे पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुई है। रा0उ0प्रा०वि० चीवा, अधीक्षण अभियन्ता सि0 खण्ड आराकोट अंशकालिक क्षतिग्रस्त हुआ है। आपदा राहत के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक 1596 मरीजों का उपचार कर चुकी है। पेयजल विभाग ने भी आपदा प्रभावित ग्रामों में पेयजल व्यवस्था अस्थाई रूप से चालू कर दी है। 


लोक निर्माण विभाग ने आपदा प्रभावित आराकोट क्षेत्र में कुल 10 अवरूद्ध मार्गों में से 05 मार्ग यातायात के लिए खोल दिये है। आराकोट-चीवां-बाल्चा मुख्य मोटर मार्ग को कि0मी0-6 तक खोल दिया गया है, साथ ही साथ कि0मी0 -11 को भी खोलने का कार्य किया जा रहा है। टिकोची-दुचाणु मोटर भी कि0मी0 11 से 01 तक खोल दिया है। प्रारम्भ में अस्थाई सेतु एवं पहुँच मार्ग का निमार्ण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बरनाली-माकुड़ी मोटर मार्ग को कि0मी0-07 तक हल्के वाहनों के लिए खोल दिया है। प्रभावित क्षेत्र टिकोची, बरनाली, माकुड़ी एवं मोल्डी में 75 श्रमिकों द्वारा पैदल व मोटर मार्ग खोलने का कार्य तेजी से चल रहा है। 
बताया गया कि विद्युत विभाग ने भी 52 प्रभावित ग्रामों में से 39 ग्रामों की विद्युत व्यवस्था अस्थायी रूप से सुचारू कर दी है। अन्य 13 ग्रामों में विद्युत लाईन सुचारू किये जाने हेतु आवश्यक सामग्री प्रभावित गांवो में भेजी जा रही है। मोल्डी, स्नेल गांव, टिकोची में आपदा से विद्युत व्यवस्था एकदत ध्वस्त हो गई थी। गांव में विद्युत व्यवस्था को शीघ्र बहाल करने के कार्य तेजी से चल रहे हैं। 



राहत के कार्य सुचारू रूप से चले, इसके लिए जिला प्रशासन उत्तरकाशी चाक-चैबन्द है। राहत आयुक्त की तैनाती, प्रभावित क्षेत्र में खोज व बचाव के कार्य तथा स्वास्थ्य, खाद्यान्न, विद्युत, पेयजल एवं राहत शिविर आदि आवश्यक सेवाओं हेतु नोडल अधिकारियों की तैनाती की जा चुकी है। इस हेतु रा0इ0का0 आराकोट को स्टेजिंग एरिया बेस कैम्प स्थापित किया गया है। एस0डी0आर0एफ0, एन0डी0आर0एफ0, आई0टी0बी0पी0, आपदा खोज एवं बचाव और पुलिस कार्मिक की टीमों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में खोज का कार्य जारी है।