पहाड़ी गीत

पहाड़ी गीत


रंगीलो पहाड़ो, मी उत्तराखण्डी छौं


जिला बागेश्वरा, गोगिना रौणी छौं ।।


ठंड हवा, ठंड पाणी, यो मेरो गोगिना


कस कस मन लागौं, नी मरिना मौन ।।


रंगीलौ पहाड़ो, मी उत्तराखण्डी छौं


जिला बागेश्वरा, गोगिना रौणी छौं ।।


हरिया मैं हू लाल छू दूवाटा


गोगिना बे देखिन न छू शामणी हिमालया।।


रंगीलो पहाड़ो, मी उत्तराखण्डी छौं ।


जिला बागेश्वरा, गोगिना रौणी छौं।।


चारो तरफ में छौ यो मेरो गोगिना


बिच में महरो छू भगवती मंदिरा।


रंगीलो पहाड़ो, मी उत्तराखण्डी छौं


जिला बागेश्वरा, गोगिना रौणी छौं ।।


गोगिना क्षेत्र की महिलाओं का यही कहना है,  कि जब हम महिला साक्षरता एवं शिक्षण केन्द्र और संगठन से जुड़े हैं,  तो इस काम को मजबूत करने का वादा करते हैं। सभी महिलायें संगठन में जुड़ेंगी, एकता मजबूत करेंगी तो आगे बढ़ती जायेंगी। इसी से गाँव का विकास होगा।