उत्तराखंड के पहले डीजी, इंडियन कोस्टगार्ड वाइस एडमिरल

उत्तराखंड के पहले डीजी,


इंडियन कोस्टगार्ड वाइस एडमिरल अनुराग गोपालम थपलियाल




पुरानी टिहरी को डूबे हुए, 15 साल हो गए हैं।
लेकिन लगता है यह बात पिछले हफ्ते, पखवाड़े की होगी। इस डूबे हुए शहर में बड़े बड़े लोगों का नाता और जड़े रही। गहराई तक जाने पर यहाँ नए नए हीरे मिलते हैं। जो देश में अहम भूमिका में हैं या निभा चुके हैं। इसी हीरे में हैं अनुराग गोपालम थपलियाल। जो भारतीय तट रक्षक में सर्वोच्च पद की शोभा बढ़ा चुके हैं।


राजा लोग जब पुराना दरबार में अपना महल बना रहे थे तब थपलियालो की बसावट भी टिहरी में हो गई थी। राजा के थपलियाल लोग सलाहकारों में रहे। सुमन चौक से घण्टा घर रोड़ जहाँ से शुरू होती थी वहां पर दून टेलर वाली बिल्डिंग श्री शिवा नंद थपलियाल की थीं वह हाई कोर्ट टिहरी में जज थे। उन्होंने एक पेज में गीत भी लिखी थीं। उनके बेटे हुए श्री मार्केंडेय प्रसाद थपलियाल। वह कलेक्टर व राजा के सेक्रेटरी भी रहे। उनके बेटे का नाम था गोविंद प्रसाद थपलियाल , वह पीसीएस थे।


उनके बेटे हुए अनुराग गोपालम थपलियाल। जो उत्तराखण्ड के पहले इंडियन कोस्टगार्ड के 28 फरवरी 2013 को 20 वें महानिदेशक बने। 2015 में रिटायर के बाद आर्म फोर्स ट्रिब्यूनल के के जज रहे। अभी वह चढ़ी गढ़ बैंच से रिटायर्ड हुए हैं। AFT की देश में 11 बैंच हैं। एक बैंच में दो जज होते हैं। एक ज्यूडिशरी से दूसरा सेना से। अनुराग जी थपलियाल , नेवी के काबिल अफसरों में रहे। वह एडमिरल रहे हैं। कोस्टगार्ड में कोस्टगार्ड सर्विस के लोग डीजी बन रहे हैं। पहले नेवी के ही लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसर बनते थे। जैसे थपलियाल बने। कोस्टगार्ड भारतीय तट रक्षक यानी जैसे आर्मी की बीएसएफ, आईटीबीपी, होती है।


अनुराग गोपालम थपलियाल जी का जन्म टिहरी में 1955 में हुआ।
शुरुआती एजुकेशन टिहरी में हुई। एमएससी लखनऊ से की। 1 जुलाई 1977 में भारतीय नौसेना में कमीशन लेने के बाद एडमिरल थपलियाल ने महत्वपूर्ण स्टाफ कमांड और कमांड के दायित्व संभाले हैं। वह नेवी के कई प्रमुख युद्ध पोतों के के कमाण्डर भी रह चुके हैं। वह नेवी मुख्यालय में ऑपरेशंस के डिप्टी महानिदेशक रहे हैं। और पूर्वी नौसैनिक कमांड के के कमांडर भी रह चुके हैं। 2009 में थपलियाल जी को वाइस एडमिरल रैंक में प्रमोशन मिला। वह नौसेना अकादमी एझिमाला कमाण्डेन्ट भी रहे।
तथा नेवी के कार्मिक हेड भी रहे। 2014 में उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया। वह नौसैनिक युद्ध कालेज, अमेरीका और रक्षा सेवा स्टाफ कालेज वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं और भौतिकी तथा रक्षा अध्ययनों में स्नातकोत्तर उपाधियां उनके पास हैं।


अनुराग गोपालम थपलियाल जी अभी हाल में सेवानिवृत्त के बाद
नोएडा के बाद देहरादून रहने आ गए हैं। मैं उन्हें शीघ्र उनके भतीजे, और हमारे मित्र श्री विपिन थपलियाल , सीनियर अधिकारी टीएचडीसी के साथ मिलने जाऊँगा। कुछ पुरानी यादों, और नेवी के अनुभव लेने। थपलियाल जी के ससुर लेफ्टिनेंट जनरल सीबी झल्डियाल, सर्वे जनरल रहे। और उनके नाना नरोत्तम दत्त डोभाल , यूपी के पहले पोस्ट मास्टर जनरल रहे।