कफनौल के ग्रामीणो ने भी कर दी गांव की सीमाऐं सील


||कफनौल के ग्रामीणो ने भी कर दी गांव की सीमाऐं सील||


कोरोना महामारी से कौन नहीं बचना चाहता, जो जगजाहीर है। मगर इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व पुलिस प्रशासन से बचने के लिए नये रास्तो का इस्तेमाल कर रहे है। ये वे रास्ते है जिन रास्तो पर 80 से 150 किमी के फासले में कोई पुलिस बैरियर नही है। बता दें कि पूरे देश में लाॅकडाउन है किन्तु ये कौन लोग हैं जो बर्नीगाड से़ राड़ी मोटर मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।


ज्ञात हो कि इन असामाजिक तत्वों से परेशान होकर कफनौल के ग्रामीणो ने अन्ततः 10 किमी की परीधी में चारो तरफ से गांव की सीमा प्रतिबधिंत कर दी है। जिसकी सूचना ग्राम प्रधान चन्द्रशेखर सिंह पंवार ने फोन द्वारा उपजिलाधिकारी बड़कोट को दे दी गई है। ग्राम प्रधान श्री पंवार ने बताया कि रात्री में कभी उत्तरकाशी की तरफ से और कभी बर्नीगाड़ की तरफ से बर्नीगाड़ राड़ी कफनौल उत्तरकाशी मोटर मार्ग पर इस लाॅकडाउन के दौरान कई गाड़िया चलती हैं, जिससे ग्रामीण सकते में आ गये। इधर गांव की कई महिलाओं ने बताया कि जब वे घास-लकड़ी के लिए मोराल्टू जंगल में जा रखी थी तो वहां चार गाड़िया खड़ी थी, आगे थोड़ी दूर पर जो लोग बात कर रहे थे वे सभी सहारनपुर की भाषा में आपस में बोल रहे थे। इसकी सूचना उन्होने गांव में दी, तो लोगो ने उन्हे उल्टा समझाया कि आजकल प्रशासन बड़ी सख्ती में है। हो सकता कि वे पुलिस प्रशासन के लोग हों या अन्य सुरक्षा कर्मी भी हो सकते है।


मगर इस मार्ग से रात्री में गाड़ियों के आने-जाने में इजाफा ही होने लग गया। इस पर ग्राम प्रधान ने गांव में आवश्यक बैठक बुलवाई और रणनीति बनाई गई। बैठक में लोगो ने कहा कि जब सम्पूर्ण देश में लाॅकडाउन है तो इस मार्ग में रात्री में ही गाड़िया चलती है। जो कभी हुआ नहीं था। अतएव ग्राम प्रधान ने इसकी सूचना दूरभाष पर उपजिलाधिकारी बड़कोट को पंहुचाई, तत्पश्चात गांव की सीमाऐं चारो तरफ से प्रतिबधित कर दी। साथ ही गांव के ही दो-दो युवाओ को प्रतिदिन सड़क पर तैनात रहने जिम्मेदारी दे दी गई। यह भी बताया गया कि आवश्यकता पड़ने पर मार्ग को खोल भी दिया जायेगा। इस पर जिलाधिकारी उत्तरकाशी डा॰ आशीष चौहान ने बताया कि वे अब इस मार्ग पर कड़ी निगरानी करवा रहे है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालो पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। गांव की सुरक्षा बावत पुलिस प्रशासन को बता दिया गया है।


उल्लेखनीय हो कि बर्नीगाड़ कफनौल राड़ी उत्तरकाशी मोटर मार्ग पर लाॅकडाउन के दौरान रात्री में दौड़ रही गाड़िया आखिर किसकी है? कौन हैं ये लोग? यह क्षेत्र में कौतुहल का विषय बना हुआ है। गांव के जवाहर सिंह चौहान, सूरत सिंह पंवार, इसमत लाल, घपल्या लाल आदि दर्जनों जागरूक लोगो का कहना है कि इस मार्ग पर पड़ने वाली लगभग 10 हजार की जनसंख्या है। अकेले कफनौल गांव की लगभग 3000 की जनसंख्या है। लाॅकडाउन के बाद से इस मार्ग पर 10 से 15 गाड़िया रात को गुजरती है, जो पहले कभी हुआ नहीं है। लिहाजा लोग दहशत में हैं।


सनद रहे कि उत्तरकाशी से बड़कोट या आराकोट की तरफ जाने वाले मोटर मार्ग पर राड़ी टाॅप एक रमणीक स्थान है, जहां से यह मार्ग राड़ी, कफनौल, धारी-कलोगी, बिजोरी, बर्नीगाड़ होते हुए एक रास्ता लाखामण्डल की तरफ गौराघाटी होते हुए चकराता पंहुचता है। बर्नीगाड़ से ही दूसरा रास्ता डामटा मसूरी होते हुए देहरादून पंहुचता है। तीसरा रास्ता नौगांव, पुरोला, मोरी, आराकोट होते हुए हिमांचल के रोहड़ू पंहुचता है। गौरतलब यह है कि उत्तराकाशी के बाद इस मार्ग पर अन्तिम पुलिस बैरियर ब्रहमखाल में है। ब्रहमखाल से राड़ी, कफनौल, बर्नीगाड़ होते हुए दूसरा पुलिस बैरियर यानि ब्रहमखल के बाद लगभग 87 किमी के फासले पर डामटा में है। इसी तरह बर्नीगाड़ होते हुए दूसरा पुलिस बैरियर नौगांव में है, जिसकी दूरी ब्रहमखाल से नौगांव लगभग 80 किमी के अन्तराल में है। इस प्रकार वाया बर्नीगाड़ लाखामण्डल होते हुए ब्रहमखाल के बाद चकराता में ही पुलिस बैरियर है जो 134 किमी के फासले पर आता है। अर्थात इस मार्ग पर ब्रहमखाल के बाद लगभग 87, 80, 134 किमी के फासले पर पुलिस बैरियर मिलते है। 


कुलमिलाकर यह मार्ग लाॅकडाउन के दौरान संवेदनशील हो चुका है। यह मोटर मार्ग एकदम ग्रामीण क्षेत्र से गुजरता है। यदि सच में इस मार्ग को मौजूदा समय में असामाजिक तत्व इस्तेमाल कर रहे हैं तो आने वाले समय में यह खतरा उत्पन्न कर सकता है। फिलवक्त हालात काबू में है।




विवरण कफनौल राड़ी मोटर मार्ग। इस अन्तराल में कोई पुलिस बैरियर नहीं है। 
- उत्तरकाशी से बाया राड़ी बर्नीगाड होते हुए चकराता (ब्रहमखाल से चकराता की दूरी - 134 किमी लगभग)
- उत्तरकाशी से बाया राड़ी बर्नीगाड होते हुए डामटा (ब्रहमखाल से डामटा की दूरी- 87 किमी लगभग)
- उत्तरकाशी से बाया राड़ी बर्नीगाड होते हुए नौगांव (ब्रहमखाल से नौगांव की दूरी- 80 किमी लगभग)