खुश खबरी: एक भी नहीं हैं कोरोना पोजोटिब

||खुश खबरी: एक भी नहीं हैं कोरोना पोजोटिब||


जिस तरह से उत्तराखण्ड में कोरोना वायरस के कारण लोग डरे हुऐ थे, वह समय चला गया है। कुल 35 संक्रमित लोगो में से एक भी पोजिटिब नहीं पाया गया है। जो बहुत ही सुखद है। राज्य में 1320 लोग सन्देह के घेरे में थे जिनमे से 35 लोगो पर कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका थी। सो स्वास्थ्य संबधित सरकारी जांच ऐजेन्सिययों ने कोरोना महामारी से राज्य को सुरक्षित बताया है। कहा कि यह राज्य सरकार और लोगो द्वारा बरती गई अहतियात का ही कारण है।


इधर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पत्रकारो को बताया कि राज्य में जिस तरह से कोरोना वायरस के खतरे बढने की आंशंका बन गई थी, वह भयावह ही कही जा सकती है। किन्तु सरकार और प्रशासन ने स्वास्थ्य व्यवस्था को चाक चैबन्द बनाया वह तारीफेकाबिल है। उन्होंने आगे भी इस तरह की सतर्कता बरतने की अपेक्षा लोगो और प्रशासन की सभी ईकाईयों से की है। कहा कि इस वक्त हमारे जो कर्णवीर है वे हमारे स्वास्थ्यकर्मी है। उन्हे भरपूर सहयोग करना होगा। अभी थोड़ा लड़ाई और है, जल्दी हम इस महामारी से उभर जायेंगे।


हालांकि कोरोना जैसी महामारी ने दुनियां के कई देशो को हिलाकर रख दिया है। बताया जा रहा है कि पूरी दुनियां में लगभग डेढ लाख लोग इस महामारी की चपेट में आये है। लेकिन अपने देश के लोगो ने जल्दी ही खुद की सुरक्षा की कमान संभाली है। प्रधामन्त्री ने भी समय पर ही देश के लोगो को अगाह किया और लोग सतर्क हो गये। फिर भी छुटपुट घटना हो गई। जिसे लापरवाही ही कहा जायेगा।


वैसे देश में अब कोरोना महमारी के पग ढीले दिखाई देने लग गये है। परन्तु सतर्कता आज भी अनिवार्य है। जिस बावत बार-बार प्रधानमंत्री लोगो को सचेत भी कर रहे है। इस अभियान में देश, गांव, क्षेत्र, कस्बे, मुहल्ले के सभी स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस और कई समाजसेवी जी-जान से लोगो की सेवा में लगे है। कुलमिलाकर यह देश में पहली बार हुआ होगा, जब देश की प्रशासनिक ईकाईयां सक्रीय हुई हो।