अदृश्य समस्या का समाधान है, रेणुका जोतिष केन्द्र


||अदृश्य समस्या का समाधान है, रेणुका जोतिष केन्द्र||


आजकल लोगो के सामने बहुत सारी निराशाऐं, संभावनाऐ व समस्याऐं मुहंबाहे खड़ी रहती है, जो अदृश्य है। मगर भारतीय समाज में पूर्व से ही ऐसी अदृश्य समस्यओं व शंकाओं या संभावनाओं से पार पाने के लिए अदृश्य विद्या है, जिसे अपने देश के जोतिषाचार्य या इसके समकक्ष और अन्य ज्ञानी लोग नियम और संयम बताते है। ऐसे ही जोतिषी विज्ञानी देहरादून में भी मौजूद है, प॰ शक्ति प्रसाद सेमवाल।


बता दें कि श्री सेमवाल ने इस लोक सेवा के लिए सरकारी सेवा को बाय-बाय करते हुए और अपने मूल घर पुरोला-सरनौल उत्तरकाशी को छोड़कर देहरादून आ गये। जहां वे लोगो को तत्पर जोतिष विद्या के माध्यम से सेवा और कुशलता के लिए कार्य कर रहे है। उनकी कोई फीस नही है। उनके पास लागे बिना सम्पर्क किये ही पंहुच जाते है। मूलरूप से शिक्षक प॰ शक्ति प्रसाद सेमवाल अब लोगो के तारहणहार बने हुए है।  


उल्लेखनीय हो कि श्री सेमवाल सरनौल गांव में स्थापित रेणुका देवी के पुजारी है। इसलिए उन्होंने देहरादून में रेणुका जोतिष केन्द्र की स्थापना की है। उनके केन्द्र में अधिकांश ऐसे लोग आते है जिन्हे ना तो कोई बीमारी, ना कोई साधनो की समस्या, संभावनाऐ बहुत दिखाई देती है मगर अन्ततः निराशा ही निराशा, यानि सुख की चैन ऐसे लोगो के सामने से गुजर के जाती है। कुछ ऐसे भी लोग श्री सेमवाल के पास आते हैं कि विवाह संबन्ध बनते-बिगड़ते की समस्या खड़ी रहती है। ऐसे परिवार हैं लड़का लड़की के आपस में विचार मिले है, दोनो तरफ के परिवार भी एक दूसरे के विश्वास में है, किन्तु विवाह जैसे रश्मे पूरी होने में देरी ही नहीं लग रही है बल्कि कुछ अड़चने आ जाती है, जिस कारण दोनो परिवार दुखी है। इस तरह की समस्या के समाधान भी रेणुका जोतिष केन्द्र में लोगो को मिल रहे है।


काबिलेगौर यह हैं कि इस केन्द्र पर किसी भी प्रकार के टोटको, काल-कपाल, तन्त्र-मन्त्र  जैसे मनगढत कार्यो पर प्रतिबन्ध ही है। केन्द्र में पंहुचने के पश्चात हर कोई नागरिक शान्ती की अनुभूति करता है। केन्द्र के संस्थापक प॰ शक्ति प्रसाद सेमवाल बताते हैं कि जोतिष शुद्ध रूप से विज्ञान है। अदृश्य समस्या के समाधान के उपाय जोतिष विज्ञान ढूंढता है और समाधान भी करवाया जाता है। कहा कि इस तरह की अदृश्य समस्या, जिस कारण लोग बीमार भी हो जाते है, ऐसी बीमारी पर दवा भी काम नही करती है, के लिए वे अपनी जोतिष विद्या के मार्फत लोगो की सेवा में लगे है। वे अपना फोन नम्बर भी देते हैं कि जो भी अदृश्य समसया से ग्रसित हो वे उनसे सम्पर्क करके उनके पास आ सकते है। कहा कि इस तरह की समस्या के समाधान के लिए लोगो को संयम और विश्वास की डगर पर चलना होता है।