बस यूँ ही- '' दो पैकेट नमक ''

||बस यूँ ही- '' दो पैकेट नमक ''||

 

ये है आशीष कुमार. उम्र 14वर्ष निवासी E ब्लॉक रेसकोर्स देहरादून.

काम है साईकल पर हरा धनिया बेचना. आज उसकी कहानी सुनकर आंखों से आँसू आ गए.



 

जब आशीष कुमार ने नेहरु कालोनी के भोजन लंगर में ''टीम-56''के द्वारा बन रहे भोजन के लिए ''दो पैकेट नमक'' लाकर दिए. तो उसके द्वारा वहां के पार्षद अमित भंडारी को कहे दो अनमोल शब्द आप भी सुनें-



"इस कार्य में में भी आपके साथ हूँ आशीष भाई!



 

इससे पहले भी एक दिन आशीष दो गठी धनिया दे गया था लंगर में. आशीष तुम बहुत छोटे हो पर तुम्हारा दिल बहुत बड़ा और सुन्दर है. तुमको दिल से सलाम प्यारे बच्चे! तुम्हारे ''दो बेमोल नमक के पैकेट'' ने दुनिया का असल 'सार और नेकनीयती' सिखा दी.