सुशान्त हत्याकाण्ड और बालीवुड की हरकत


||सुशान्त हत्याकाण्ड और बालीवुड की हरकत||


वैसे तो पूरा बालीवुड अब कई वर्षो से सकते में है। पर सुशान्त मामले के बाद बालीवुड सवालों के घेरे में आ गया है। भले कोई भी जांच बिना किसी शिकायत के इस बात को नही कह सकती है। मगर कहीं न कहीं सुशान्त की आत्महत्या बालीवुड में बैठे मठाधाीशो को इन सवाल के जबाव देने को कह रही है। जबकि अभी मामला बिहार पुलिस और मुम्बई पुलिस की जांच के हवाले है। खैर कुछ भी हो सुशान्त ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि सुशान्त को आत्महत्या के लिए उकसाया गया होगा जो समय के गर्त में है।


बिहार पुलिस ने जैसे अभिनेता सुशान्त सिंह के मामले में जांच तेज कर दी है वैसे सुशान्त घटनाक्रम से जुड़े तार हिलने लग गये है। यह बात इसलिए बताई जा रही है कि सुशान्त मामले में सन्देह के घेरे में आई एक्टर्स रीया चक्रवती क्यों सुप्रिमकोर्ट गई? हलफनामा पेश करने। जानकार बता रहे हैं कि यदि रीया अपना बचाव करना चाह रही है तो वे बिहार पुलिस को जांच में सहयोग करें। ताकि सुशान्त मामले की सही जानकारी सामने आ सके। क्योंकि इस बात की पुष्टी पहले हो चुकी है कि रीया चक्रवती अभिनेता सुशान्त सिंह के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहती थी। बिहार पुलिस को जैसे सुशान्त सिंह की बहन बयान दे रही है कि रीया चक्रवती सुशान्त के आस-पास परिवार के सदस्यो सहित किसी को भी फटकने नहीं देती थी।
इस बात को तब और बल मिल जाता है जब बालीवुड के नामी निर्देशक और प्रोड्यूसर यह कई बार बता चुके हैं कि सुशान्त से मिलना बहुत कठीन हो गया है।


बात यहां तक सामने आई कि फिल्म की स्क्रीप्ट से लेकर अन्य कार्यो के लिए रीया चक्रवती से इजाजत लेनी होती थी। सवालो की जड़े और गहरी लग रही है। क्यों रीया चक्रवती ने सुशान्त को अपने साथ कैद कर दिया था। रीया चक्रवती के व्यवहार से सुशान्त अपने परिवार वालो से दूर होता जा रहा था। अब तो सुशान्त के बैक खाते को रीया चक्रवती इस्तेमाल करती थी जिसकी खबरे हाल ही में बिहार पुलिस के जांच में सामने आ रही है।


ताज्जुब यह है कि बालीवुड में बहुत ही नामी व प्रभावशाली लोग मौजूद है जो इस घटनाक्रम से इत्तेफाक नही रखते। अगर सुशान्त के जीवित रहते की कहानी पर भी गौर करें तो बालीवुड के नामी गिरामी हस्तियां सुशान्त के बढते ग्राफ को लेकर बहुत खुश नहीं दिखते थे। कहना न होगा कि बालीवुड में सलमान खान, शाहरूख खान और अन्य हस्तियां ऐसी है कि यदि वे इस सुशान्त काण्ड में जांच के साथ सहयोग करे तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ सकता है। इसलिए कि तब रीया चक्रवती को सुप्रिमकोर्ट नही जाना पड़ता। क्योंकि रीया को अहसास होता कि बालीवुड की हस्तियां उनके बचाव और सुशान्त की हत्या की गुत्थी सुलझाना चाहते है।


बालीवुड में जिस तरह से असुरक्षा के हालात बनते जा रहे है वे इस देश के लिए शुभ संकेत नहीं है। अहम सवाल यह है कि बालीवुड को क्या कोई और हांक रहा है। क्या बालीवुड में कुछ लोगो का ही कब्जा बना रहेगा। प्रगतीशील अभिनेता एक फिल्म के बाद दूसरी पारी तक पंहुच ही नहीं पाते है।


कुछ लोग बालीवुड में ऐसे हैं जो सिर्फ रहमोक्रम पर काम कर रहे है। योग्यता और कुशलता का अध्याय मानो सिनेमा जगत से समाप्त ही हो गया हो। यह क्या वजह है कि 22 वर्ष की अभिनेत्री को 50 वर्ष के अभिनेता के साथ अभिनय करना पड़ता है। इतना अन्तर क्यों हो जाता है। इन्सान भी एक प्राकृतिक प्राणी है जो एक सीमा के बाद परिवर्तन रूप में दिखता है। क्या बालीवुड और इस देश में अभिनेताओं की कमी हो गई है। बगैरह, ऐसे तमाम सवाल है जो सुशान्त काण्ड ने इस देश के लोगो के सामने खड़े कर दिये है।