बादल फटने से तबाही, 22 लोग लापता

|| बादल फटने से तबाही, 22 लोग लापता ||



सीमान्त जनपद उत्तरकाशी के मोरी विकासखण्ड अन्र्तगत विगत 18 अगस्त को प्रातः आई आपदा बावत स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार की मदद से राहत के पुख्त इन्तेजाम किये गये है। स्थानीय लोगो की सूझबूझ ने भी इस आपदा की खबर त्वरित प्रसारित कर दी थी। सचिव इन्सीडेन्ट एवं इन्चार्ज कमाण्डर एस॰ए॰ मुरगेशन ने बताया कि हालात पर प्रशासन ने कड़ी नजर बनाई हुई है।


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https://youtu.be/V7wtWqRhNMo  


सरकारी सूत्रो के मुताबिक बादल फटने से माकुड़ी, आराकोट, मोल्डा, सनेल गांव, टिकोची, दूचाणू में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने फौरी तौर पर राहत कार्य में जुटा हुआ है। बताया कि उनके पास अब तक एक महिला की मृत्यु और लगभग 10 लोगो की लापता होने की सुचना आई है। जबकि एक दर्जन आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हुए है। सनेल गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु और 06 लोग लापता बताये जा रहे है। टिकोची गांव में भी एक विद्यालय और चार आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हुए है। आराकोट गांव में भी 12 लोग अब तक लापता है।



राहत और बचाव को लेकर दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग भी आपदा क्षेत्र में मुस्तैद हो गया है। रेडक्रास के दल के साथ भी स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात है। जबकि डा॰ आर॰ सी॰ आर्य और डा॰ विकास सेमवाल के नेतृत्व में आपदा के घटना सथल पर स्वास्थ्य उपचार की टीम रवाना हो गई है।


खबर लिखने तक सरकारी सूचनाओ के मार्फत बताया गया कि आराकोट चींवा बालचा मार्ग पर टिकोची बाजार के पास 24 मीटर का पुल नीचे नदी में धंस गया है। जिस पर आवाजाही बन्द कर दी गई है। टिकोची किराणू दूचाणू मार्ग पर 36 मीटर का पुल एकदम क्षतिग्रस्त हो गया है। टिकोची आराकोट राष्ट्रीय राजमार्ग भी कईयो स्थान पर अवरूद्ध है। जिसे खोलने के लिए त्वरित रूप से जेसीबी का इन्तजाम किया गया है। इस आपदा के कारण मोरी विकासखण्ड के 38 गांव में विद्युत सेवा पूर्ण रूप से बाधित हो चुकी है। विद्युत विभाग के कर्मचारी भी घटना स्थल की तरफ रवाना हो गये है। वे शीघ्र ही क्षेत्र में विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में जुट गये है।


ज्ञात हो कि इस दौरान एसडीआरएफ की दो टीमे और एनडीआरएफ की 12 सदसीय एक टीम भी आपदा क्षेत्र में तैनात है। इसके अलावा क्वीक रिपोन्स की एक टीम, सर्च एण्ड रेसक्यू की एक टीम, पीएसी की एक प्लाटून, आईटीबीपी का 15 सदसीय दल, पुरोला और बड़कोट पुलिस थानो से 16 सदसीय दल सहित स्थानीय स्तर पर स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता भी राहत कार्य में जुटे हुए है।


https://youtu.be/V7wtWqRhNMo


राहत के प्रति सरकार की संवेदनशीलता 



उत्तरकाशी जनपद में तहसील मोरी के अन्तर्गत आराकोट और उसके आस पास के क्षेत्र में बारिश एवं आपदा से प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने व राहत सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश सचिव आपदा अमित नेगी ने अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने प्रत्येक प्रभावित गांव में राहत एवं बचाव टीम तैनात करने के भी निर्देश दिये हैं। रविवार सायं राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में सचिव अमित नेगी ने उत्तरकाशी जनपद में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे राहत एवं बचाव कार्यो की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों को युद्धस्तर पर राहत एवं सहायता प्रदान करने के साथ ही उनके लिए टैंट, गैस सिलेंडर, बर्तन, रसोईया आदि उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने प्रभावितों के लिए खाद्य सामग्री, पेयजल, लाईफ सपोर्ट दवाईयाँ एवं अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावितों के लिए किसी भी प्रकार की संसाधनों की कमी न होने दी जाए। इस दौरान प्रभारी सचिव आपदा प्रबन्धन एस0ए0मुरूगेशन, आईजी संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी देहरादून सी0 रविशंकर, अधिशासी निदेशक, आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र पियूष रौतेला आदि उपस्थित थे।


#Aapda 18 aug. 2019 Uttarakhand#