जिलाधिकारी और उनकी टीम जमाये हैं डेरा


|| जिलाधिकारी और उनकी टीम जमाये हैं डेरा||

जिलाधिकारी डॉ आशीष चैहान की मौजूदगी में बेस कैम्प आराकोट से सुबह से ही प्रभावित गांवों  के लिए चरणवद्ध रुप से मजदूरों, पीआरडी जवानों के द्वारा रसद पहुचाई गई। आपदा घटित के सातवें दिन बलावट के 89 परिवार, माकुड़ी के 125, मोन्डा के 89 परिवार, डगोली में 96 परिवार, कलीच 115 परिवार को फूड पैकेट प्रति परिवार 10-10 किलो चावल दिया गया है। जबकि आराकोट मे 149 व टिकोची में 96 परिवार को पहले ही वितरण किया जा चुका है। इसी तरह अन्य प्रभावित सभी गॉंवों में भी रसद पंहुचाई जा रही है। लगभग 300 कर्मचारी जैसे वन, लोनिवि, पीआरडी व स्थानीय मजदूर को इस कार्य हेतु लगाए गये है।


ज्ञांत हो कि जिलाधिकारी डॉ आशीष चैहान, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट शनिवार को मलाना, नगवाड़ा, मोलडी गांव के आपदा पीड़ित ग्रामीणों से मिले व ढाढ़स बंधाया तथा हर संभव मदद का भरोसा दिया। ग्रामीणों द्वारा बताया गया आपदा प्रभावित ग्रामीणों को रसद सामग्री परस्पर मिल रही है, किंतु सड़क शीघ्र बहाल किया जाय। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क पुनः निर्माण कार्य के लिए पर्याप्त संसाधन लगाएं गए है, सड़क खुलवाना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। रसद सामग्री के साथ ही सड़क मार्गों व पैदल रास्तों का पुनः निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किए जा रहें है। इसके लिए अलग अलग टीमें कार्य कर रही है। बिजली आपूर्ति बहाल करने हेतु पर्याप्त मजदूर कार्य कर रहे हैं। सरकारी सूचना के अनुसार 31 अगस्त तक आपदा प्रभावित सभी गॉवों में बिजली बहाल कर दी जाएगी।



इस दौरान आपदा वाले क्षेत्र में जिलाधिकारी के साथ जिले के सभी अधिकारी मुस्तैद हैं। पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत आर्य, उप जिलाधिकारी पुरोला अनुराग आर्य, ईई लोनिवि पुरोला धीरेंद्र कुमार, ईईआरईएस विभू विश्वमित्र, लोनिवि सुरेश तोमर, परियोजना अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत, जिला पूर्ति अधिकारी गोपाल मटूड़ा, जिला आपदा प्रबंधन से शार्दुल गुसाईं कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी यथा स्थान मौजूद हैं।



(फोटो साभार सूचना विभाग उत्तरकाशी )