कर्नल कोठियाल के शिविर से 470 युवा गढवाल रायफल्स में भर्ती


||कर्नल कोठियाल के शिविर से
470 युवा गढवाल रायफल्स में भर्ती||


अधिकांशतः ऐसा देखा गया कि सेवानिवृति के बाद अमुक सेवक आराम फरमाने लग जाते हैं। और वे ऐसा करें भी क्यों नहीं उम्र के एक लम्बे सफर तक उमुक ने सरकारी कामकाज मे लोक सेवा जो की है। खैर यहां ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया जा रहा हैं जो शायद देश में पहला हो सकता है। बात यहां कर्नल अजय कोठियाल (रि) की हो रही है। उन्होंने स्वैच्छा सेवानिवृति ली है। पर उन्होने अपना काम उसके बाद और विस्तारित किया है।


बता दें कि श्री कोठियाल उत्तराखण्डभर में सैनिको के लिए निशुल्क प्रशिक्षण शिविर चलाते है। उनके शिविर से अधिकांश युवा सेना की विविधि टुकड़ियों में सम्मिलित हो गये हैं और देश की सरहदो पर तैनाती दे रहे है। अभी हाल ही में उनके प्रशिक्षण शिविर से 470 नौजवान गढवाल रायफल्स की भर्ती में चयन हो गये हैं।


उल्लेखनीय हो कि श्री कोठियाल द्वारा स्थापित यूथ फाउंडेशन के प्रशिक्षण शिविर पहाड़ के युवाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। हाल ही में गढ़वाल राइफल्स का भर्ती परिणाम घोषित हुआ। जिसमें कुल 1157 युवकों में से 470 युवा, यूथ फाउंडेशन के निशुल्क शिविरों से प्रशिक्षण प्राप्त थे। 



यूथ फाउंडेशन द्वारा गढ़वाल राइफल्स की भर्ती के प्रशिक्षण हेतु इस वर्ष प्रदेशभर में कुल 9 स्थानों में फिजिकल कैम्प व 4 जगह लिखित परीक्षा की तैयारी कराई गयी थी। इसके अलावा यूथ फाउंडेशन ने सेना भर्ती रैली की शारीरिक दक्षता पास कर चुके युवाओं के लिए लिखित परीक्षा की भी तैयारी के लिए जुलाई से निशुल्क कैम्प शुरू किये। यह कैम्प देहरादून, कोटद्धार, श्रीनगर एवं कर्णप्रयाग में लगाए गए थे।
जबकि यूथ फाउंडेशन द्वारा वर्तमान में कुमाऊँ रेजिमेंट की भर्ती के प्रशिक्षण हेतु युवाओं के लिए तीन और प्रशिक्षण शिविर संचालित हैं। यह शिविर अगस्तमुनि रुद्रप्रयाग व रामनगर, नैनीताल में लगाए गए हैं। जहां कुमाऊं मंडल के 500 युवा 21 सितंबर से 30 सितंबर 2019 तक चलने वाली भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे।
गौरतलब यह है कि युवाओं के लिए ही नहीं अपितु युवतियों के लिए भी ऐसा एक प्रशिक्षण शिविर सरदार भगवान सिंह यूनिवर्सिटी बालावाला, देहरादून में संचालित किया जा रहा है। अलग अलग जिलों से आई यह लड़कियां 12 सितंबर से लखनऊ में शुरू होने वाली सेना रैली में शिरकत करेंगी।



इधर सफतला का प्रतिशत देख यूथ फाउंडेशन के संस्थापक, कर्नल अजय कोठियाल का कहना है कि उन्होंने प्रदेश में बेरोजगार युवाओ को आत्मनिर्भर बनाने का जो संकल्प लिया था आज वह सफल की सीढीयां पार कर रहा है। इसलिए कहा जा सकता है कि जब उन नौजवानों के परिजनों के फोन आते हैं कि उनके कारण उनका बच्चा आज सेना में है। यही नहीं ऐसे भी फोन आते हैं कि उनके फलां रिश्तेदार के बच्चे को भी अपने प्रशिक्षण शिविर में स्थान दें दे। श्री कोठियाल का कहना है कि वे अपने उद्देश्य की तरफ पूरे जज्बे के साथ बढ़ते रहेंगे। ज्ञात हो कि कर्नल अजय कोठियाल (रि), कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेना मैडल जैसे विशिष्ट सम्मान पा चुके हैं।