स्थानीय नेता-अभिनेता मैदान में


||स्थानीय नेता-अभिनेता मैदान में||


सीमान्त जनपद उत्तरकाशी की 19वें नम्बर की जिला पंचायत सीट इस बार सबसे आकर्षित है। इस बार के पंचायत चुनाव में कफनौल डामटा जिला पंचायत सीट पर मुकाबला अत्याकर्षक बनने जा रहा है। मुकाबला नेता, अभिनेता और जनता के बीच होने जा रहा है। इस मुकाबले में कोई बम्बईया नहीं स्थानीय उम्मीदवार है। जिन्होने यहां चुनाव को बहुत ही रोमांचक बना दिया है।


ज्ञात हो कि कफनौल डामटा जिला पंचायत सीट पर जोर अजमाईश करने के लिए उम्मीदवारो ने कमर कस दी है। वे गांव-गांव और घर-घर का सफर तय करने लग गये है। उम्मीदवारो में पहला नाम भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुलोचना गौड़ का आता है। इसी क्रम में सीमा चैहान और पूनम थपलियाल का नाम आता है।


सुलोचना गौड़ भाजपा की कद्दावार नेता है। वे क्षेत्रपंचायत नौगांव की प्रमुख रह चुकी है और मौजूदा समय में वह भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष है। सीमा चैहान इसी क्षेत्र की चर्चित लोक गायिका है। श्रीमति चैहान को इस क्षेत्र के लोग घर-घर पहचानते हैं और लोग सीमा के गीतो पर खूब झूमते भी है। इसलिए क्षेत्र में सीमा चैहान को इस चुनाव में अभिनेता की संज्ञा दी जा रही है। पूनम थपलियाल कोई राजनीतिक पंहुच वाली तो नही है मगर इनके मैदान में होने से सर्वाधिक घाटा भाजपा को ही होने वाला है। इसलिए कि जिस क्षेत्र से पूनम आती है वहां पर सभी राजनीतिक दलो के वोट बैंक है। कुल मिलाकर ये तीनो उम्मीदवार वोट को अपने पक्ष में करने के लिए एक दूसरे से कम नहीं आंके जा है।


अब जैसा कि हर चुनाव में क्षेत्रवाद फैलाया जाता है। यदि इस गणित को देखा जाय तो पूनम थपलियाल नेता-अभिनेता को पछाड़ने में देर नहीं करेगी। किन्तु मतदान का समीकरण किस ओर बैठता है उसके पुख्ता प्रमाण अब तक किसी के सामने नही है। लोग इतना कह रहे हैं कि कफनौल-डामटा जिला पंचायत सीट पर चुनाव की बाजीगरी समझने की इन्ही उम्मीदवारो को अभी महति आवश्यकता है। चर्चा इस बात की है कि तीनो उम्मीदवारो ने अपने-अपने प्रचार में कोई कमी-कसर नहीं रखी हुई है। अलबत्ता चुनाव की बैतरणी किसे पार लगाती है वह समय की गर्त में है। 


क्षेत्र में हालात यह है कि जहां भी ये उम्मीदवार पंहुच रहे हैं वहां इनके आगमन में लोगो द्वारा भी कोई कमी नहीं की जाती है। हालातो की नजाकत बता रही है कि सीमा चैहान को देखने व सुनने के लिए लोगो की भीड़ कतई कम नहीं हो रही है। इसी तरह सुलोचना गौड़ की सभाओं में भाजपा के कार्यकर्ता कोई कमी नहीं होने दे रहे हैं। यही नहीं इस सीट पर भाजपा के लिए चुनाव जीतना नाक का सवाल भी बनता जा रहा है। जबकि पूनम थपलियाल नया चेहरा है। किन्तु क्षेत्र में ऐसा प्रचार है कि इन दो शख्सीयतो के बीच में कौन है? जिसने आखिर चुनाव की बैतरणी पार लगाने की सोची है। ऐसा भी नहीं है! पूनम के पति विपिन थपलियाल पिछले तीन साल से चुनाव की चर्चाओ में है कि वे आगामी पंचायत चुनाव में हिस्सा लेंगे। उन्होने खुद की मेहनत को ऐसे नहीं जाया होने दिया और अपनी पत्नि को चुनाव में उतार दिया।


कुलमिलाकर ऐसा बताया जा रहा है कि यदि इस सीट पर क्षेत्रवाद की राजनीति होती है तो यहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी को जीत की नैय्या पार लगाने में खूब पसीना बहाना पड़ेंगा। इसी प्रकार निर्दलीय सीमा चैहान को स्टेज छोड़कर प्रागंण में जनता के साथ अपनी उप्स्थिति दर्ज करनी पड़ेगी। पूनम थपलियल को भी खुद की पहचान को साबित करना होगा। सनद रहे कि पूनम थपलियाल उपलीखत, मांझखत, पेटारखत से समर्थित प्रत्याशी है। जबकि सुलोचना गौड़ और सीमा चैहान गोडर-खाटल से आती है। देखना यह है कि यहां सर्वाधिक वोट बैंक उपलीखत, मांझखत, पेटारखत में है। दूसरे स्थान पर गोडर-खाटल के वोट बैंक है। यहीं से ये दो नेता-अभिनेता नाम के उम्मीदवार मैदान में है। यही नहीं खाटल पट्टी के कुछ गांव भंकोली जिला पंचायत सीट से मिला दिये है। इसलिए कफनौल-डामटा जिला पंचायत सीट पर जीत का शेहरा किसके सर सजेगा वह तो समय बतायेगा। परन्तु पूनम थपलियाल के चुनाव मैदान में रहने से मुकाबला रोमांचक बना हुआ है।