बरसात के बाद
सूखेगा सबकुछ,
बरसात के बाद ।
कुछ भी ना बचेगा,
बरसात के बाद ।
हवाएँ ले जाएंगी,
बादलों को उड़ाकर ।
सूरज फिर दहकेगा,
बरसात के बाद ।
पेड़ों के झूले ,
ये हाथों की मेहंदी
उतरेंगे दोनों,
बरसात के बाद ।
ढूंढे ना मिलेंगे , फीके पड़ेंगे
फूल मंदार के,
बरसात के बाद ।
चाय.पकौड़े,
बातें.किताबें,
होंगे सब गायब,
बरसात के बाद ।
गीली सड़कें,
छप.छप करते बच्चे
भीगने को तरसेंगे,
बरसात के बाद ।
हरे.भरे पौधे,
बेल और बूटे
पीले पड़ेंगे,
बरसात के बाद ।
आंगन.अहाते,
सागर के किनारे
खो देंगे शोभा,
बरसात के बाद ।
सारी स्मृतियाँ,
तुम्हारी छवियाँ
धुल जाएँगी साफ,
बरसात के बाद ।
ऋतुएँ बदलेंगी,
बीतेगा समय ।
हम ढूंढेंगे बरसात को,
बरसात के बाद ।
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