कुदरत का करिश्मा: ललीता ने एक साथ जने चार बच्चे

||कुदरत का करिश्मा: ललीता ने एक साथ जने चार बच्चे||



कुदरत तेरा क्या कहना? अनन्त और असीमित है व्याख्या करनी इस कुदरत की। रहस्यमयी भी है तो चैंकाने वाला भी होता है। हाल ही में सीमान्त जनपद उत्तरकाशी के दूरस्थ गांव खनेड़ा की ललीता देवी ने एम्स ऋषिकेश में एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। जच्चा-बच्चा दोनो स्वस्थ है। जबकि प्रसव भी सामान्य रूप में ही हुआ है। 


बता दें कि ईश्वर की इस करिश्माई बातों को सुनने वाले सभी लोग हतप्रद है, और लोगो का इस जच्चा-बच्चा को देखने के लिए एम्स ऋषिकेश तांता लगा हुआ है। इन चार बच्चों में दो बालक और दो बालिकाएं हैं। इन चार बच्चों उत्तरकाशी की यमुनाघाटी के खनेड़ा गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार के छोटे भाई मदन लाल की पत्नी ललिता देवी ने जन्में हैं।
इधर चिकित्सको ने पूर्व की चिकित्सा जांच में ललीता देवी को दो बच्चों को पैदा करने की संभावना जताई थी, और इस केश को बहुत ही संवेदनशील बताया गया था। अन्ततः जब ललीता को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे दून चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया, जहां चिकित्सको ने ललीता के केश को बहुत ही गम्भीर बताकार एम्स के लिए रेफर कर दिया। एम्स के चिकित्सको की ही सूझ-बूझ का ही प्रतिफल है कि ललीता का प्रसव सामान्य रूप से ही करवाया गया।


अब ललीता राज्य एवं देश-दुनियां में चर्चा का विषय बनी हुई है। चिकित्सको का कहना है कि ऐसे मामले लाख महिलाओं में से एक आता है। किन्तु चार-चार बच्चों को जनना किसी खतरे से खाली नहीं है। ऐसे मामलो में या तो बच्चा या जच्चा खतरे में रहता है। अधिकांश मामलो में तो जच्चा और बच्चा दोनो खतरे में रहते है। फिर भी एम्स के चिकित्सको ने ललीता के प्रसव करवाने से यह जता दिया कि आज की तिथि में चिकित्सा क्षेत्र में बहुत ही विकास हुआ है। जिस कारण ललीता और उसके बच्चे दोनो स्वस्थ है।


Date 28 - 2- 2020, IIMS RISHIKESH {uttarakhand}