उत्तराखंडी साउथ इन्डियन फ्यूजन

दीपक ध्यानी दिल्ली जैसे महानगर में उत्तराखण्डी व्यंजनो का स्वाद देश-दुनियां के लोगो को चखा रहे है। हम आपको उनकी ईजाद की हुई एक डिश से रू-ब-रू करवा रहे है। दीपक ध्यानी का दिल्ली स्थिति एक स्यारा रीटेल्स नाम का स्टोर भी है जहां आपको उत्तराखण्डी उत्पाद मिल जाते हैं। इस हेतु आप दीपक ध्यानी से सीधे सम्पर्क कर सकते है। Deepak Dhyani +91-8826540148, +91-9717190148


||उत्तराखंडी साउथ इन्डियन फ्यूजन||

 

आज आपके लिए है "उत्तराखंडी साउथ इन्डियन फ्यूजन धमाल"। मुंडुए/कोदे, झंगोरे और स्यारा मसालों के इस्तेमाल से बनें सारे प्रसिद्ध साउथ इंडियन डेलीकेसी।



 

डोसे का नाम सुनते ही सबके मन में चावल से बना डोसा आता है परन्तु हमनें बनाएं है 2 तरह के पहाड़ी डोसे:

1) पहला मंडुए/कोदे का डोसा

2) दूसरा झंगोरे का डोसा



 

साउथ इंडियन हो तो चावल की भाप में पकी मुलायम सफेद इडली ना हो ऐसा नहीं हो सकता। तो लीजिए आपके लिए 4 तरह की उत्तराखंडी इडलियाँ:

1) मंडुए/कोदे की प्लेन इडली

2) मंडुए/कोदे की पिंक मसाला इडली

3) झंगोरे की प्लेन इडली

4) झंगोरे की मसाला वेज इडली



 

अब बच्चों का फेवरिट उतपम पर पहाड़ी स्टाइल में। तो पेश है 3 तरह के पहाड़ी उतपम:

1) मंडुए/कोदे का पनीर पैपर उतपम

2) झंगोरे का औनियन टोमैटो कैप्सिकम उतपम

3) मल्टीकलर मंडुए/कोदे झंगोरे का मसाला उतपम



 

अब सबका फेवरिट नाश्ता यानी की उपमा पर ये हैं "झंगोरे का मसाला उपमा" और सबसे मेन बात की इसमें मूगंफली की की जगह सोक्ड सोयाबीन का इस्तेमाल हुआ हैं। यानी शरीर भी पहाड़ी और आत्मा भी पहाड़ी।



बिना केले के चिप्स के तो साउथ इंडियन थाली होती नहीं तो हमने पेश किए "तैडू के कुरकुरे चिप्स" विशुद्ध पहाड़ी।



 

अरे इन सब को खाने के लिए सांभर तो चाहिए तो लीजिए "उत्तराखंडी तैडू सांभर"... जी सही सुना सांभर में अरहर की दाल की जगह क्र॔बल्ड तैडू का इस्तेमाल किया , सब्जियों में कद्दू-मूली-बैगन, सांभर मसाला स्यारा के जैविक मसालों से बना, ड्रमस्टिक की जगह फ्वाला (लोभिया की फली) और तड़के में जख्या का इस्तेमाल किया। इस तरह बना उसी स्वाद का पहाड़ी सांभर।



 

खाने में चटनियां ना हो ये कैसे हो सकता हैं। तो ये लीजिए 6 तरह की पहाड़ी चटनियां:

1) बुरांस तिल की चटनी

2) भंगलू चौरा की चटनी

3) टमाटर लहसुन की तीखी चटनी

4) धनिया पुधीना की सदाबहार चटनी

5) कच्चे आम की खट्टी मीठी चटनी

6) नारियल की चटनी की जगह उसी स्वाद और टैक्चर की पहाड़ी सोयाबीन की दरदरी चटनी मट्ठे के साथ तड़का लगाके।



 

बच्चे जो इडली डोसा नहीं खाते और केक, मफिन वगैरह मांगते है उनके लिए इसी सामग्री से बने 2 तरह के पहाड़ी मफिन:

1) मंडुआ/कोदा चीज मफिन

2) झंगोरा ड्राई फ्रूट मफिन

असल में ये पहाड़ी इडली मफिन है जिनको इडली वाले बैटर से मफिन के स्टाइल में कुक किया। इस फ्यूजन का आइडिया जुन्याली का था इसलिए इसका नाम है "जुन्याली मफिन"।



 

मीठे में तो पायसम बनता ही है तो हमने बनाया "पहाड़ी लाल चावल का पायसम" पौष्टिक और स्वादिष्ट।



खाना हो जाने के बाद कुछ पीना तो बनता हैं पर कोई मीठा पसंद करता है तो कोई खट्टा। तो आपके लिए पेश हैं मंडुए/कोदे से बने दो प्रकार के पहाड़ी पेय जिसको साउथ में रागी माल्ट भी बोलते हैं:

1) मंडुए/कोदे का बादाम मिल्क

2) मंडुए/कोदे की छांछ हरे लूण के साथ




साउथ इंडियन खाना ज्यादातर केले के पत्ते पे खाया जाता हैं वहीं उत्तराखंड में मालू का प्रयोग होता हैं इसलिए हमने आज की थाली मालू के पत्तल औय दोनों में परोसी।



 

तो ये हैं 23 आइटम की परंपरा और फ्यूजन से भरी "उत्तराखंडी साउथ इन्डियन फ्यूजन प्लैटर" जिसमें स्यारा रिटेल्स के पहाड़ी उत्पादों और मसालों से उत्तराखंड की रस्याण लाने की कोशिश की है। आपको भी अच्छा लगे तो आप भी बना सकते हैं।