देवकी भंडारी के जज्बे, भावना को सलाम


||देवकी भंडारी के जज्बे, भावना को सलाम||

 



पिता अवतार नेगी ने आज़ाद हिन्द फ़ौज में देश के लिये लड़ाई लड़ी,

बेटी देवकी भण्डरी ने कोरोना के लिये वर्षो से पाई पाई जोड़ा

10 लाख रुपये प्रधानमंत्री को दान दे दिया

 

गौचर ( चमोली ) की श्रीमती देवकी भंडारी आज सुबह उठी, और तैयार

होकर बैंक चली गई, साथ में उन्होंने पार्षद अनिल नेगी को लिया।

सेंट्रल बैंक में अपनी 10 लाख की एफडी तोड़ी और कोरोना

के रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री केयर्स के नाम 10 लाख का चेक

सीधे ट्रांसफर कर दिया। चेक सौपने के बाद देवकी भंडारी का स्वागत हुआ। उन्हें माला पहनाई गई। शौल भेंट की गईं।

इज्जत दी गई। उनकी एक सामान्य महिला की भूमिका है।

 

उनके पास जितना था, पति के निधन के बाद जितना बचा हुआ था, वह सब दान कर दिया।



देवकी भंडारी की उम्र 68 साल है। उनके पति श्री हुकुम सिंह भंडारी

का 12 साल पहले देहांत हो गया था। वह गौचर रेशम विभाग में थे।

काफी सालों से गौचर में रहते थे। वहीँ बस गए थे । हुकुम सिंह और देवकी जी का कोई पुत्र , पुत्री नहीं हैं। वह मूल जनपद पौड़ी गढ़वाल के खिर्सू ब्लॉक के हैं। लेकिन पति के देहांत के बाद उन्होंने कुछ बच्चों को गोद लिया। वह बच्चे आज बी टेक कर रहे हैं। देवकी जी के पिता का नाम श्री अवतार सिंह नेगी व माता का नाम श्रीमती बचन देई था। पिता श्री अवतार सिंह आज़ाद हिंद फौज के सिपाही थे। देश के नायक। लोगों के लिए ही जीना है के लक्षण पिता के खून आये होंगे। जो आज कोरोना जैसी विश्व व्यापी महामारी के लिए फरिश्ता बन कर उभरीं हैं । वह किराए का घर में रहती हैं। देवकी जी के पास पहले घर था। वह बेच दिया था। गरीब बच्चों को कामयाब बनाना था।

अब गौचर में किराये के घर पर हैं, उन्हें पिछले तीन दिन से संसार की खबरों को देख कर ख्याल



आया कि,मानव जीवन को बचाया जाना चाहिए। इसलिए उनके पास जो कुछ था , वह सब प्रधानमंत्री को सौंप दिया।

पार्षद नेगी ने मुझे फोन पर बताया कि, अब उनके पास कुछ नहीं है।

लेकिन उनके पास गौचर चमोली में बड़ा नाम है।



 

श्रीमती देवकी भंडारी के जज्बे, भावना को सलाम। जिन्होंने

देश के लिए अपना वर्षो से पाई पाई जोड़ कर संचित किया

सारा धन प्रधानमंत्री जी को सौंप दिया। यह बड़ी बात है।

नहीं नहीं, बहुत बड़ी बात है।