दोस्ती किताबों की
हमें देती अदभुत ज्ञान
जो मन में हें सवाल देती वो जवाब
मन की उत्सुक्ता को करती शांत
जब भी हों अकेले हम देती पूरा साथ
जग में रहकर मुंह ना कोइ उससे मोडे
निर्जीव को भी सजीव करती किताब
प्रेम कहानियों को भी देती हवा
अक्सर किताबों में ही मिलते सुर्ख गुलाब
जीवन में सही गलत में फर्क सिखाती
कभी दादी नानी के किस्सों से मन बहलाती
कभी राधा कृष्ण की प्रेम कहानियां बताती
कभी बताती मीरा का निस्वार्थ प्रेम।
नाम-गीता बिष्ट
पता-देहरादून उत्तराखण्ड