सोलर ऊर्जा प्लांट का लोकापर्ण

 


||सोलर ऊर्जा प्लांट का लोकापर्ण||

 

बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चिन्यालीसौड़ इन्द्रा टिपरी में 200 किलोवाट क्षमता के सोलर ऊर्जा प्लांट का लोकापर्ण किया l इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक यमुनोत्री केदार सिंह रावत, गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत, ऊर्जा सचिव राधिका झा भी मौजूद थी l



 

मुख्यमंत्री रावत ने सोलर ऊर्जा प्लांट निरीक्षण के दौरान पहाड़ी उत्पाद ककड़ी, पत्यूड, गहत व तिल के पकोड़े, झगोरें की खीर आदि का निरीक्षण कर स्वाद लिया और कहा कि पहाड़ी व्यंजनों के उत्पाद हमारी पौराणिक विरासत की पहचान है l जिसे आज भी हम लोग संयोए हुए है, पहाड़ी उत्पादकों के माध्यम से आजीविका को संवर्धन देना बेहद जरूरी है l



 

इसी योजना का लाभ लेते हुए उत्तरकाशी निवासी युवा उद्यमी आमोद पंवार ने अपने गांव इंद्रा टिपरी में 200 किलोवाट क्षमता के सोलर प्लांट को स्थापित किया है, इस प्लांट से सालाना औसतन 3 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, यह बिजली अगले 25 सालों तक यूपीसीएल खरीदेगा।



 

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि सभी जिलाधिकारियों को जिला योजना धनराशि से 40 प्रतिशत धनराशि पशुपालन, कृषि, मत्स्य, मौन पालन आदि स्वरोजगार योजनाओं में खर्च करने के निर्देश दिए गए हैं l ताकि स्वरोजगार की दिशा में अधिक से अधिक उद्यमी अपनी आजीविका को सुदृढ़ कर सकें l उन्होंने कहा कि दस हजार मोटर बाइक टैक्सी की स्वीकृति दी गई है जिस पर 2 साल तक किसी भी तरह का ब्याज नहीं देना पड़ेगा राज्य सरकार स्वयं निर्वहन करेगी l



 

मुख्यमंत्री रावत ने सुदूरवर्ती क्षेत्रों में विकास योजनाओं पर जोर देते हुए कहा कि सरकार निरंतर स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क,दूरसंचार बिजली, पानी,आदि को धरातलीय स्वरूप प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है l अधिकांश क्षेत्रों को सड़क मार्ग से जोड़ा गया है व जोड़ा जा रहा है, विभिन्न विकास परख योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग लाभान्वित हो इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है l छोटी - छोटी नौकरियों के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है आप स्वयं यहीं पर स्वरोजगार के संसाधन पैदा कर सकते हैं व अपने साथ अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ सकते हैं l बेरोजगारों के लिए सबसे पहले हम सोलर फार्मिंग का कॉन्सेप्ट लेकर आये। जिसमें 206 मेगावाट की क्षमता का उत्पादन हो रहा है। स्वरोजगार के लिए फार्मिंग कांसेप्ट की लागत 1 हजार करोड़ रखी गई है कहा कि जल्द ही हिमालयन मीट की ब्रांडिंग करने वाले हैं। हिमालय प्रजाति (बकरे का मीट) का यह मीट कॉपरेटिव सोसायटी की मदद से मार्किट में उपलब्ध होगा l



 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने जो संसाधन हमें उपलब्ध कराए हैं उनका सही तरीके से उपयोग करें l जिससे राज्य को समृद्धि मिल सके l उन्होंने कहा कि सोलर प्लांट योजना में उद्यमियों को ऋण संबंधी किसी भी तरह की आड़चने न आए इसको लेकर बैंकों को उचित दिशा निर्देश जारी किए गए हैं l



 

उन्होंने कहा कि 25 हजार लोगों के लिए कैम्पा के अंतर्गत रोजगार की व्यवस्था आग बुझाने, पेयजल स्त्रोतों को पुनर्जीवित,आदि में की गई है l लोग स्वयं ग्रामीण क्षेत्रों में रहकर स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं, इसमें किसी भी तरह की कोई शैक्षिक योग्यता नहीं रखी गई है l



 

उन्होंने कहा कि स्वरोजगार की दिशा में ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में निवेश कर उद्यम स्थापित करने के लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता कर रही है कोई भी व्यक्ति सोलर प्लांट, पिरूल प्लांट की स्थापना कर सकता है l



 

इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश चौहान, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी पीसी डंडरियाल, उपजिलाधिकारी डुण्डा आकाश जोशी, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, सहायक निदेशक मत्स्य प्रमोद शुक्ल, महाप्रबंधक उद्योग यूसी तिवारी सहित जनप्रतिनिधि गण व ग्रामवासी उपस्थित थे