यहां की स्कूलरशिप महज फिनोमिना


||यहां की स्कूलरशिप महज फिनोमिना||




स्थान - देहरादून
कार्यक्रम - सम्मान समारोह एवं स्कूलरशिप वितरण
दिनांक 16-02-2020
आयोजक - यूनेस्को क्लब दून वैली



यूनेस्को क्लब दून वैली के तत्वाधान में 108 छात्र छात्राओं को स्कूलरशिप दी गई, जिसकी धनराशि बड़ी चौकाने वाली है। प्रति छात्र-छात्रा को रुपये 1800 नगद दिए गए। इसके साथ साथ क्लब के कर्णधारो ने स्वम् को भी सम्मान पाने में पीछे नही रखा।


मखौल बनाता, इस समारोह के साक्षी विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल, राजपुर के विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे खजान दास एवं नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा भी रहे। आयोजक खुद की पीठ थपथपाने में सफल रहे। अर्थात आयोजन के बाद जो भोजन व्यवस्था थी वह एकदम चाकचौबंद। यानी कुल स्कूलरशिप के तिगुने खर्चे का था।


तात्पर्य यह है कि 108 जो बच्चे इस स्कूलरशिप पाने में सफल रहे वे सभी सामान्य घरों से है, उनकी कोई राजनीतिक पंहुच भी नही है, ऐसे बच्चो के नाम पर देहरादून का यह यूनेस्को क्लब वर्ष में करोड़ो रूपये एकत्र करता है। और फकत ऐसे सामान्य परिवारों के साथ छल-कपट करके अपनी धाक जमाने मे पीछे नही रहते। समाजसेवा के नाम पर इस तरह के आयोजन को क्या सफल माना जायेगा। भोजन के वक्त बहुत सारे अभिभावक चर्चा कर रहे थे कि इस तरह के लॉलीपॉप से भविष्य में बचना पड़ेगा।


रुपये 1800 से ना तो उनके बच्चो की वार्षिक फीस पूरी हो रही है और ना ही मासिक। जबकि आयोजको में एक भी सदस्य ऐसा नही था, जिन्हें इस आयोजन से सम्मान बटोरना था, वे सभी देहरादून के सम्मानित नागरिक है। बताया गया कि 108 बच्चों की जगह 50 रहते या उससे कम किन्तु एक बच्चे को कमसे कम एक वर्ष की फीस तो मिलती।


कुलमिलाकर इस आयोजन में जो खास था, वह यह कि फलां आयोजक अपने सम्मान पाने के लिए अपनी धर्म पत्नी के साथ मंच पर आए ऐसी उद्घोषणा हो रही थी। इन सम्मानित सदस्यों के सम्मान की कीमत इस स्कूलरशिप से शायद तिगुनी होगी। लोग सलाह दे रहे थे कि ये लोग चाहें तो एक बच्चे को एक साल तक का स्कूली खर्चा दे सकते है।